Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -15-Aug-2022


आओ यारों यूं गले मिलो
दुश्मन भी विस्मित हो जाये
आजादी के अमृत उत्सव
में सारी दुनिया छिप जाए।

आजादी हमको मिली नहीं
हमने ये लड़कर पायी है
इसके खातिर पुरखों ने 
हमारे हंसकर जान लुटायी है।

इस मिट्टी से तेरा मेरा
हंसने रोने का नाता है
भारत कोई भूखण्ड नहीं
साक्षात हमारी माता है।

माता ने सबको अपना समझा
प्यार दिया सत्कार दिया
लेकिन कुछ आक्रांताओं ने
इस मां का आँचल फाड़ दिया।

हे माता तू चिंता न कर
हम तुझको वो दिन भी देंगे
तेरे आँचल के टुकड़ों को
हम वापस फिर से सी देंगे।





   21
22 Comments

Chetna swrnkar

17-Aug-2022 08:25 PM

👌👌👌

Reply

Anshumandwivedi426

17-Aug-2022 11:44 PM

Thanks so much

Reply

Seema Priyadarshini sahay

17-Aug-2022 06:31 PM

बहुत खूबसूरत

Reply

Anshumandwivedi426

17-Aug-2022 11:28 PM

कोटिशः धन्यवाद

Reply

Mithi . S

17-Aug-2022 08:30 AM

Nice

Reply

Anshumandwivedi426

17-Aug-2022 10:31 AM

Thanks

Reply